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ब्रिटेन की साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी अब भारत में भी।

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ब्रिटेन की साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी अब भारत में भी।  यूजीसी मानदंडों के अनुरूप भारत में  ब्रिटेन की साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी अपना कैम्पस गुरुग्राम में खोलने की घोषणा की है। जो पहली विदेशी  यूनिवर्सिटी होगी।  2025 से यहाँ इंजीनियरिंग, बिजनेस और एआइ से जुड़े कोर्सों के आलावा कई अन्य कोर्सों का स्नातक परास्नातक स्तर तक की पढ़ाई शुरू हो जाएगी। हालांकि आस्ट्रेलिया के डेकिन और बोलोगोंग विश्वविद्यालय  का गुजरात के गिफ्ट सिटी में  कैम्पस पहले से खुला है। उस नजरिये से तीसरा पर UGC मानदंड के अनुरूप यह पहला विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय होगा।  यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार और साउथैम्प्टन यूनिवर्सिटी के वाइस प्रेसीडेंट एंड्र्यू आथर्टन के बीच हुए समझौते में विशेषज्ञता और कौशल के साथ विश्वस्तरीय स्नातक तैयार करने की बात कही गई है। ये स्थानीय विश्वविद्यालयों, उद्योगों और सरकार के साथ अनुसंधान और ज्ञान का आदान -प्रदान करगें। अभी उच्च शिक्षा के लिए प्रतिवर्ष करीब आठ लाख छात्र विदेश जा रहे हैं। भारत में विदेशी कैम्पस की इस पहल से निश्चित तौर पर इसमें कमी आएगी। जो भारत की तेज...

बिहार के लिए एक और क्षेत्र में पहला राज्य कहलाने की गौरवपूर्ण उपलब्धि।

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बिहार के लिए एक और क्षेत्र में पहला राज्य कहलाने की गौरवपूर्ण उपलब्धि।  राजगीर की नवनिर्मित खेल अकादमी का उद्घाटन 29 अगस्त 2024 (खेल दिवस ) को माननीय मुख्य मंत्री श्री नीतीश कुमार के करकमलों से होने जा रहा है। इसके साथ ही बिहार पहला ऐसा राज्य होगा, जहां एक ही परिसर में अंतराष्ट्रीय स्तर के खेल विश्विद्यालय और खेल अकादमी भी साथ -साथ होगा। महिला हाकी के विशेष प्रदर्शनी मैच से स्पोटर्स एकेडमी का शुभारम्भ होगा।  खेल विश्विद्यालय के प्रथम रजिस्ट्रार नालंदा के हिलसा के मूल निवासी रजनीकांत होगें। साथ ही कुलपति की नियुक्ति होने तक वे इस पद के भी प्रभारी रहेंगें।  750 करोड़ रूपये से बनाई गई 90 एकड़ में फैला इस परिसर में भारोत्तोलन,कुश्ती, एथलेटिक्स के उत्कृष्टता केंद्र ,कई खेलों के इनडोर आउटडोर स्टेडियम भी होगें। इसके आलावा क्रिकेट स्टेडियम में पवेलियन,रिवर्स पवेलियन ,जनरल स्टैंड, मीडिया लॉंज,वीआईपी -खिलाडी स्टैंड, अभ्यास क्रिकेट सहित वाहन पर्किंग की सुविधा भी होगी। देश का दूसरा सबसे बड़ा खेल पुस्तकालय भी इस परिसर में स्थापित होगा।  विश्वस्तरीय संसाधनों से युक्त स्पोर्ट्स  ...

दीक्षांत समारोहों के लिए अब भारतीय ड्रेस कोड की तैयारी।

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दीक्षांत समारोहों के लिए अब भारतीय ड्रेस कोड की तैयारी।   अभी तक दीक्षांत समारोहों के दौरान काला या कहीं कहीं रंगीन गाउन और टोपी पहनने की परम्परा रही है।  जो एक औपनिवेशिक विरासत की झलक दिखलाती है। पर अभी अभी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने सभी संस्थानों से दीक्षांत समारोहों के लिए उस राज्य की परम्पराओं के आधार पर भारतीय ड्रेस कोड तैयार करने को कहा है।इसका विरोध आजादी के समय से ही व्यक्ति,समाज,संस्था के स्तर पर समय समय पर होता रहा है। पर केंद्रीय पहल अब शुरू हुई है। जो अपने संस्कृति धरोहर को सहेजने  के प्रति एक सकारात्मक पहल है।  #dresscoad  #dikshantsmaroh  #gauntopi  #aoupniveshik  #indiandresscoad   

कैंसर की पहचान व् निदान की कुछ और आसान होती राहें।

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कैंसर की पहचान व् निदान की कुछ और आसान होती राहें।   आईआईटी दिल्ली के रसायन विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख शोधकर्ता प्रो. रवि पी  सिंह के निर्देशन में छात्र संजय सिंह और रवि सैनी का यह शोध "जैविक अमीनो फुलवीन मॉलिक्यूल "जिससे किसी व्यक्ति के शरीर में किस हिस्से में किस स्तर तक कैंसर कोशिकाएं फैली है इसका सही सही पता लगा सकेगा। इसका प्रकाशन नेचर जर्नल में हो चूका है। इसकी पेटेंट की भी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पर अभी क्लिनिकल ट्रायल बाकि है।  शोध के कुछ प्रमुख अंश - चुनौतियाँ --इसे पूरी तरह ऑर्गेनिक तरीके से खोजना विशेष चुनौतीपूर्ण रहा।  सामान्य जैविक अमीनो फुलविन छोटे अणुओं का समूह होता है। जिसके रासायनिक अभिक्रिया के लिए कई तरह के विषैले पदार्थ ,अपकृतिक धातु या उत्प्रेरकों का प्रयोग किया जाता है। परन्तु यह पूरी  तरह से ऑर्गेनिक है। टी ल्युसीन पदार्थ के साथ अभिक्रिया के फलस्वरूप एक ही स्टेप में अमीनो फुलीवन बनाया गया है।  एक वर्ष की लम्बी अवधी तक लगातार कई प्रक्रियाओं से गुजरते हुए जब अमीनो फुलविन मॉलिक्यूल को वायरल और अनेक एंटीबॉडी के लिए प्रयोग किया गय...

सोने की तरह अब चांदी के आभूषणों पर भी हॉलमार्क की तैयारी।

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  सोने की तरह अब चांदी के आभूषणों पर भी हॉलमार्क की तैयारी।  वर्तमान में भोली -भाली उपभोक्ता कैसे ठगी का शिकार हो रही है। समझते है एक उदाहरण से भारत में अभी चांदी के आभूषणों का कोई मानक नहीं है अधिकांश आभूषण 40 ,45 और 50 %की गुणवत्ता वाले ही बनाये जा रहे हैं। माना की अभी 90,000 प्रति किलो है चांदी की कीमत। जब हम आभूषण खरीदने जाते हैं तो उस हिसाब से 100 ग्राम आभूषण की कीमत 9000 प्लस बनाने की कीमत जोड़कर ली जाती है। वही आभूषण बेचते समय लगभग आधी कीमत की हो जाती है क्योकि उसमे आधे चांदी और आधी गिलट होता है जिसका मूल्य शून्य आका जाता है। तो ऐसी हालत में उपभोगता को आधी कीमत ही मिल पाती है।  जिस तरह अप्रैल 2000 से सोने के आभूषणों पर हॉलमार्क की शुरुआत करके जून 2021 से देश के अधिकंश शहरों में (256 जिलों)हॉलमार्क अनिवार्य कर दिया गया है। उसी तरह चांदी के आभूषणों को भी हॉलमार्क के दायरे में लाने के उदेश्य से भारतीय मानक ब्यूरो ने 22 जुलाई 2024 को सभी हितधारकों की बैठक बुलाईहै। जिसमे  व्यवसायिकों और ग्राहकों के हितों को ध्यान में रखते हुए आभूषणों में कैसे किस स्तर तक दोनों (चांद...

मध्य प्रदेश देवास ; रंग लाई जनता का "अमृत संचय " ।

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मध्य प्रदेश देवास ; रंग लाई जनता का "अमृत संचय " ।  भूजलविद डॉ सुनील चतुर्वेदी के दूरदृष्टि और अथक प्रयास ने महज चार महीने में ही अपना असर दिखाने लगा है। 16 मई 2024 से महज पांच लोगो द्वारा शुरू किया गया यह अभियान शीघ्रताशीघ्र ही जन आंदोलन का रूप ले लिया है। हर वर्ग (घरों,उद्योग, अस्पताल, निजी व् सरकारी स्कुल, होटल, वेयर हॉउस, मंदिर, आश्रम )के लोगों का उत्साहबर्धक साथ से छतों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग  सिस्टम लगाकर वर्षा जल का बून्द बून्द सहेजा जाने लगा। देखते ही देखते डिजिटल प्लेटफॉर्म ने इस नेक काम को वीडियो प्रसारित करके अभियान को तेज गति प्रदान किया।  जिसका परिणाम ये हुआ की जहां देवास में कई दशकों से ट्रेन से पानी आता था  वहाँ इसी मौसम में जलस्तर ऊपर उठना शुरू हो गया। कुँए तालाब का जलस्तर स्वतः ही लबालब भरने लगा। इससे शहर वासियों में उत्साह बढ़ रहा है। लोग आज और कल आने वाली पीढ़ी के लिए जल सहेजने में जुट गए हैं। साथ ही देश दुनिया को यह संदेश भी दे रहे हैं की दृढ इच्छा शक्ति से कैसे कोई केवल प्रकृति प्रदत वर्षा जल संचय करके जल आत्मनिर्भर बन सकता है।  देवास के इस ...

केंद्र सरकार का नवाचार ;ग्लेशियर और जलवायु अध्ययन का हो एक संस्थान का उच्च विचार।

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केंद्र सरकार का नवाचार ;ग्लेशियर और जलवायु अध्ययन का हो एक संस्थान का उच्च विचार।   केंद्र सरकार की "स्टीयरिंग फॉर मॉनिटरिंग ऑफ़ ग्लेशियर "नाम की कमेटि के गठन से ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में होने वाले अध्ययन को एक नई दिशा मिलेगी।  हिममंडल एवं जलवायु परिवर्तन अध्ययन केंद्र के प्रमुख विज्ञानी सुरजीत सिंह ने इस क्षेत्र में हो रहे भारत सहित अलग -अलग देशों के लगभग 12 से  अधिक अनुसंधान विकास और शैक्षिक संस्थान के अध्ययन के प्रति आने वाले विसंगतियों को रेखांकित  करते हुए  (कार्य दोहराव,मानव शक्ति एवं बजट के अनावश्यक उपयोग की आशंका, डाटा साझा की समस्या )इस नए कमिटी के गठन से  होने वाले सुविधा के प्रति ध्यान आकृष्ट किया है।  इस नए संस्थान का प्रारूप और विशेषता ये होगी।  इसकी स्थापना जल शक्ति मंत्रालय के द्वारा राष्ट्रिय जल विज्ञान संस्थान / National institute of  hydrology  ( NIH )रुड़की में की गई है।  इसके चेयरमैन जल शक्ति मंत्रालय के सचिव होगें।  यह 20 सदस्यीय संचालन समिति है।  इस संस्थान में विज्ञानियों क...

आईपीओ प्रक्रिया सरलीकरण की ओर।

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आईपीओ  प्रक्रिया सरलीकरण की ओर।   मार्केट रेगुलेटर सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच 2 /8 /2024 को मुंबई में फिक्की कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए IPO प्रक्रिया के सरलीकरण पर चल रहे कामों से संबंधित लोगों को अवगत करा रहीं थी।  भारत वैश्विक स्तर पर आईपीओ की कुल संख्या में शीर्ष पर है। ऐसे में इसकी जटिलताओं में सुधार अपेक्षित है।  संभावित सुधारों की मुख्य बिंदु : ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रास्पेक्टस जैसे जटिल प्रक्रिया को हटाकर एक टेम्पलेट प्रस्तुत की जाएगी। जिसमे आईपीओ दस्तावेज तैयार करने के लिए रिक्त स्थान भरने की सुविधा के साथ ही नहीं समझ आने वाले पहलू को समझाने के लिए एक अलग कॉलम होगा।  दस्तावेज सटीक और अर्थपूर्ण होगा इसमें किसी भी बदलाव को अलग से समझाया जायेगा।  सेबी सूचीबद्ध कंपनियों के लिए धन जुटाने के उदेश्य से राइट्स इश्यू और तरजीही आवंटन के मंजूरी अवधि को 42 दिन से घटाकर 23 दिन किया जायेगा। जो की दो ही पन्नो के दस्तावेज में होंगें जिसमे निवेशकों के लिए सभी विवरण ठीक से प्रकाशित होगें।  आईपीओ दस्तावेज की शीघ्रता से जाँच के लिए AI उपकरण को भी विकस...

आर्मी मेडिकल सर्विस की पहली महिला डीजी।

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आर्मी मेडिकल सर्विस की पहली महिला डीजी।  एक अगस्त 2024 दिन गुरुवार आत्मविश्वास से भरे भारत को गौरवान्वित करने वाला वो क्षण जब लेफ्टिनेंट जनरल साधना सक्सेना नायर ने सेना की मेडिकल कोर की पहली महिला डीजी का पदभार संभाला।  उनकी उपलब्धियां -- रक्षा मंत्रालय के अनुसार साधना नायर पुणे स्थित सशस्त्र बल चिकित्सा महाविद्यालय से बेहतर शैक्षिक रिकॉर्ड के साथ स्नातक करने के बाद दिसंबर 1985 में सेना चिकत्सा कोर में नियुक्त हुईं।  पारिवारिक चिकित्सा में स्नातकोत्तर की डिग्री और मातृत्व शिशु स्वास्थ्य तथा स्वास्थ्य देख भाल प्रबंधन में डिप्लोमा भी प्राप्त किया।  दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में चिकित्सा सूचना विज्ञान में दो साल का प्रशिक्षण कार्यक्रम भी पूरा किया।  लेफ्टिनेंट जनरल नायर भारतीय वायु सेना की पश्चिमी वायु कमान और प्रशिक्षण कमान की पहली महिला प्रधान चिकित्सा अधिकारी भी हैं।  एयर आफिसर कमांडिग -इन -चीफ और विशिष्ट सेवा पदक से भी सम्मनित हो चुकी हैं।  और अब एयर मार्शल के पद से पदोन्नत होकर आर्मी मेडिकल सर्विस के महानिदेशक का पदभार संभालने वाली पहली महिला हैं।...

जवानों के लिए देशी सुरक्षा कवच "बैलिस्टिक प्रोटेक्शन ड्रेस "अब मेक इन इण्डिया का चमकता और उभरता सितारा।

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जवानों के लिए देशी सुरक्षा कवच "बैलिस्टिक प्रोटेक्शन ड्रेस "अब मेक इन इण्डिया का चमकता और उभरता सितारा।  मेक इन इण्डिया के बढ़ती लोकप्रियता एक और कदम आगे।  वर्ष 2023 में भारत सरकार से करार के बाद अलीगढ़ का एलन एन्ड एलवन डिफेन्स एन्ड एरियोस्पेस कम्पनी ने इस बुलेट रेसिस्टेंट जैकेट "बैलिस्टिक प्रोटेक्शन ड्रेस "का निर्माण की प्रारम्भिक परीक्षण पर खरी उतरते हुए लगभग 100 पीस पर काम करके अपने लक्ष्य की पूर्णता तक पहुंच रही है।  इसमें विदेशी जैकेट की तुलना में कई सारी अधिक खूबियों से भरपूर है।  जहाँ विदेशी जैकेट कैबलियर सामग्री से तैयार होती है वहीं भारतीय जैकेट एडवांस मैटीरियल से तैयार ही रही है।  यह जैकेट विदेशी की तुलना में जो लगभग 35 किलोग्राम  की आधे वजन 15 से 18 किलोग्राम की ही है।  विदेश से आयातित जैकेट का मूल्य एक से सवा लाख रूपये पड़ती है. इसकी तुलना में भारतीय जैकेट  20 से 25 %तक सस्ती  है।  यह अधिक सुरक्षित भी है। इसमें परम्परागत छाती,गला, गर्दन, पेट,और सामने से सुरक्षित करने के साथ साथ दोनों साइड से भी सुरक्षा का प्रविधान किया  गया...