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वर्तमान तकनीकी ज्ञान भारत की शान-अभिमान खास से आम तक की पहचान।

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वर्तमान तकनीकी ज्ञान भारत की शान-अभिमान खास से आम तक की पहचान।   अभी अभी (26 /09 /2024 )हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर कमलों से तीन परम् रूद्र सुपरकंप्यूटर का लॉन्चिंग हुआ है। राष्ट्रीय सुपर कम्प्यूटिंग मिशन की शुरुआत 2015 में ही हो गया था। जिसकी सफलता का परिणाम धीरे-धीरे हमारे सामने आने लगा है। परम रूद्र सुपरकंप्यूटर के साथ ही अर्का और अरुणिका नामक हाई परफॉर्मेंस कम्प्यूटिंग सिस्टम को भी लॉन्च किया गया है। इसके साथ ही उनहोंने भावी मिशन गगनयान और अपना खुद का सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम होने की भी चर्चा की है।  इस मौके पर उन्होंने तमाम कंपनियों के CEO से विनम्रता पूर्वक आग्रह किया है की कम्प्यूटर की दुनिया या यों  कहें  की AI तकनीक का प्रयोग केवल IT क्षेत्र तक ही सीमित न होकर यह आम आदमी को और सशक्त बनाने में सहयोगी हो। इस पर तेजी से काम करने की जरूरतों पर बल दिया है। अपने चिर-परिचित अंदाज में AI को अमेरिका और इंडिया कहकर सम्बोधित करते हुए मिलकर काम करने की उम्मीद जताई है।  कहीं न कहीं इस सुपर कम्प्यूटर का कार्य क्षेत्र कृषि और व्यवसाय के क्षे...

सिल्क सिटी (भागलपुर )का बढ़ता दायरा जूट से एकजुटता की ओर।

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  सिल्क सिटी (भागलपुर )का बढ़ता दायरा जूट  से एकजुटता की ओर।  भागलपुर के फरका गाँव निवासी योगेंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी अनीता जी की स्टार्टअप कम्पनी लिम्स और डिजाइंस /LIMS &DESIGN प्राइवेट कम्पनी ने पारम्परिक जूट की उत्पादन प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन लाकर जूट को एक नई पहचान दी है। कभी खुरदरा धागे से बने उत्पाद के रूप में उपेक्षित समझी जाने वाली जूट कोअपनी स्टार्टअप कम्पनी लिम्स &डिजाइंस के माध्यम से देश ही नहीं विदेशों तक में लोकप्रिय उत्पाद बेबी कैरियर &स्लिंग कैरियर के योग्य कपड़े का निर्माण करके न सिर्फ अपनी बल्कि देश और जूट दोनों को एक वैश्विक पहचान दी है।  लिम्स &डिजाइंस एक सॉफ्टवेयर कम्पनी है। जिसमे नई तकनीक के प्रयोग करके जूट से मुलायम, चटख रंगों में खूबसूरत गुणवत्तापूर्ण कपड़े बनाये जा रहे हैं। जिसकी माँग देश ही नहीं विदेशों  से भी आ रही है। आधुनिक समय में बच्चों को बेबी कैरियर में रखने का प्रचलन तेजी से बढ़ा है। इसी माँग को केंद्र में रखकर अमेरिका,यूके,फिलीपींस,जर्मनी और पोलैंड जैसे देशों से आनेवाली विशेष माँग की पूर्ति के लिए उत्पादन और...

एनपीएस वात्सल्य

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  एनपीएस वात्सल्य   एनपीएस वात्सल्य  पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA )की ओर से लाई  गई एक  ऐसी योजना है जो जन्म से लेकर जीवन पर्यन्त विभिन्न स्वरूपों में आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करता है।  इस स्कीम के तहत जन्म से लेकर 18 वर्ष तक का सभी अल्पवयस्क का उसके अभिभावक के द्वारा न्यूनतम 1000 रूपये से खाता खुलवा सकते हैं। इसमें अधिकतम रकम की कोई सीमा नहीं है।जैसे ही बच्चे की उम्र 18 वर्ष की होगी  खाता स्वतः ही सामान्य NPS  में परिवर्तित हो जाएगा। जिसका लाभ उस बच्चे को 60 साल की उम्र के बाद पेंशन के रूप में मिलता रहेगा।  खाता किसी भी बैंक, पोस्टऑफिस या ई -एनपीएस के माध्यम से खुलवाया जा सकता है। इसके लिए आवश्यक दस्तावेज अल्पवयस्क का जन्मतिथि के प्रमाणपत्र, अभिभावक के केवाईसी के लिए आधार कार्ड।  इसकी शुरुआत हो चुकी है। अब हम अभिभावक आगे आयें और अपने -अपने बच्चों का आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करें।  #NPSvatsly  #PFRDA  #Alpvaysk  #Under18 #Bankaccount  #Birthcertificate #KYC  #Adharcard   

एशिया का पहला रेल कारखाना जमालपुर का विश्वकर्मापूजा 16 सितंबर को ही क्यों ?

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एशिया का पहला रेल कारखाना जमालपुर का विश्वकर्मापूजा 16  सितंबर को ही क्यों ?  यह रेल कारखाना भारत के बिहार के मुंगेर स्थित जमालपुर में है। इस रेल कारखाना की स्थापना 8 फरवरी 1862 को हुई थी।तब भारत में अंग्रेजी हुकूमत थी। तत्कालीन अंग्रेज रेल प्रशासन ने सामान्य रूप से मनाया जानेवाला विश्वकर्मापूजा 17 सितंबर को कार्यदिवस होने के कारण एक दिन पूर्व ही 16 सितंबर को ही छुट्टी की घोषणा कर दी। और यह परम्परा बन गई जो तब से लेकर आज तक चली आ रही है।  वर्तमान मुख्य रेल कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद बरनवाल ने बताया की इस दिन सात-आठ घंटे के लिए इस कारखाना को खोला जाता रहा है। जिसमे रेलवे के आला अधिकारियोंके आलावा कई जिलों से आये आम लोग भी उत्साह पूर्वक शामिल होते हैं। मेला जैसा माहौल होता है। यहाँ लोग आश्चर्य व् उत्सुकता से वैगन मरम्मत ,दूसरे विश्व युद्ध के लिए तैयार किये गए बम, नक्शे और अन्य उपकरण को देखते हैं। परम्परा के अनुसार इस वार भी 16 सितंबर सोमवार को सुबह 7 बजे से दोपहर के 3 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है कारखाना के दरवाजा खोलने का।  #Bshvkrmapuja  #railkarkhanajma...

विकसित भारत 2047 और अनुसंधान नेशनल रिसर्च फॉउंडेशन (ANRF ) का अनोखा समन्वय।

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विकसित भारत 2047 और अनुसंधान नेशनल रिसर्च फॉउंडेशन (ANRF ) का अनोखा समन्वय।  विकास के नए परिदृश्य में विकास और शोध का संबंध सतत शोध विकास को नई ऊचाईयों तक पहुँचाने का सुगम जरिया हो सकता है।इसी को केंद्र में रखते हुए पाँच फरवरी 2024 को ANRF का गठन किया गया है। जिसका मुख्य उदेश्य है नवोन्मेषी शोध का एक ऐसा क्षेत्र विकसित करना जिसमे राज्य निर्देशित विकास की अवधारणा,परियोजनाओं एवं प्रयासों को  जनता ,समाज एवं राष्ट्र के जीवन को उन्नत बनाने में सर्वाधिक उपयोगी साबित हो।  भारत सरकार के दूरदर्शी सोच से गठित ANRF में अब शोध को कुछ केंद्र और व्यक्तित्वों के दायरे से बाहर निकालकर एक विस्तृत क्षेत्र जिसमे (विज्ञान, तकनीक, औद्योगिक उत्पादन, चिकित्सा, जनतांत्रिक इकोसिस्टम,लिबरल आर्ट,समाज विज्ञान,मानवीय एवं सामजिक मूल्यों )इन विषयों को समाहित किया गया है। इससे शोध की पारम्परिक प्रकृति में आमूलचूल परिवर्तन आएगा। भारत में अकादमिक संस्थानों के शोध एवं सरकार नियोजित विकास की बीच की दुरी कम होगी एवं उनके बीच स्वस्थ्य संवाद हो सकेगा। जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उदेश्यों को पूर्ति करता है...

सर्वाइकल कैंसर का मुफ्त टीकाकरण एक अक्टूबर से बिहार के सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में।

सर्वाइकल कैंसर का मुफ्त टीकाकरण एक अक्टूबर से बिहार के सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कालेजों में।   इसके साथ ही बिहार ऐसा पहला राज्य हो जायेगा जहाँ यह (ह्यूमन पैपिलोमा वायरस /HPP ) टीका केवल आधार कार्ड दिखाकर बिल्कुल मुफ्त लिया जा सकता है।बच्चेदानी के मुँह में होने वाले कैंसर ही सर्वाइकल कैंसर कहलाता है। प्रदेश के 9 से 14 वर्ष की  करीब एक करोड़ बच्चियों को मुफ्त  टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिस पर बिहार सरकार का  प्रत्येक वर्ष 150 करोड़ का खर्च आने का अनुमान है।  #cervicalcancer  #bihar # freevaccination #ekoctober  #HPP  # 9se14vrshgirl  #adharcard  

प्रकृतिक कीटनाशक ; सुरक्षितअनाज भंडारण।

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प्रकृतिक कीटनाशक ; सुरक्षितअनाज भंडारण।  दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि के वनस्पति विज्ञान विभाग के आचार्य प्रो. वी एन पांडेय के निर्देशन में शोधार्थी प्रो. नरेंद्र कुमार ने अनाज भंडारण के लिए प्रयुक्त होने वाली हानिकारक रसायनो (सल्फास व् ईडीसीटी एम्पुल )का विकल्प प्राकृतिक और सुरक्षित कीटनाशक ढूंढ निकाला है।  इस पेस्टीसाइड का तरल स्वरूप होगा। जो कई औषधीय वनस्पतियों (टिनोस्पोरा कार्डिफोलिया ,सीजेजियम एरोमेटिकम, टेजेटिस इरेक्टा, राक्सबर्गी, क्यूमिनम सेमिनम, एनिधम ग्रेविलेन्स, फोनिकुलम बल्गेर टेकीस्परमम आमी )के फर्मुलेशन से तैयार किया गया है। शोध पत्र में इसका विस्तृत वर्णन है। जिसमे प्रमुखता से इस बात को रेखांकित किया गया है की यह कीटनाशक तीन तरह की कीड़ों (ट्राइबेलियम कस्टेनियम, कैलोसोबुक्स व् चाइमेन्शिस )और 33 तरह के फंगस से अनाज को सुरक्षित रखेगा। साथ ही स्वास्थ्य और पर्यावरण के सेहत का भी ख्याल रखेगा।  इसकी एक और विशेषता यह है की यह छोटे और सीमांत किसानों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका एक मिलीलीटर पेस्टीसाइड की कीमत 20 से 25 रूपये तक होगी। जिससे लगभग एक क्विंट...