भारत ग्रीन स्टील का मानक परिभाषा सुनिश्चित कर बढ़ा वैश्विक नेतृत्व की ओर।
भारत ग्रीन स्टील का मानक परिभाषा सुनिश्चित कर बढ़ा वैश्विक नेतृत्व की ओर।
स्टील मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने 12 /12 /2024 गुरुवार को ग्रीन स्टील की मानक परिभाषा को सार्वजनिक किया है। ऐसा करनेवाला भारत विश्व का पहला देश बन गया है। भारत की पूरी कोशिश यही है की 2030 तक देश में सिर्फ ग्रीन स्टील का ही उत्पादन हो।
अभी इसे अनिवार्य नहीं बनाया गया है। पर इसकी पूरी तैयारी की जा रही है। स्टील मंत्रालय के अनुमानित आकड़े के अनुसार वर्तमान में भारत में 18 करोड़ टन स्टील उत्पादन का क्षमता है। जो अगले 6 वर्षों में अतिरिक्त 12 करोड़ टन स्टील माँग की आपूर्ति हेतु उत्पादन की अपेक्षा रखता है। इस अतिरिक्त उत्पादन का विस्तार ग्रीन स्टील उत्पादन से हो इसकी पूरी कोशिश की जा रही है। ताकि वर्तमान के कुल वैश्विक कार्बन उत्सर्जन के लगभग 7 %स्टील से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को काम किया जा सके।
ग्रीन स्टील का उत्पादन जीवाश्म ईंधन का उपयोग किये बिना किया जाता है। इसलिए इसमें स्टील उद्योग से होने वाले कार्बन उत्सर्जन को कम करने की क्षमता है। ग्रीन स्टील के मानक रेटिंग कुछ इस प्रकार तय की गई है।
- एक टन स्टील के तैयार उत्पाद Finished Product के निर्माण से होने वाले कार्बन उत्सर्जन के आधार पर।
- ग्रीन स्टील --2 . 2 टन से कम।
- फाइव स्टार रेटिंग (*****) --1. 6 टन से कम।
- फोर स्टार रेटिंग (****) --1. 6से 2 टन तक।
- थ्री स्टार रेटिंग (***) --2. 0 से 2. 2 टन तक।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें