नव वर्ष 2025 सुस्वागतम सुस्वागतम सुस्वागतम !
नव वर्ष 2025 सुस्वागतम सुस्वागतम सुस्वागतम !
नई उम्मीद,नये संकल्प के साथ हौसलों की उड़ान भरती कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ते रहना ही जीवन का लक्ष्य है। समय का अदृश्य कदमताल की गतिशीलता बदलते दिन महीने साल के साथ बदलते मौसम की आहटों से जीवन रंग बिरंगी तस्वीर पेश करती रहती है। जीवन अपने प्रत्येक पड़ाव की अपनी खूबियाँ और खामियाँ के झूलों में झूलते -झूलते अब अपनी संध्या वेला की ओर बढ़ चला है। जिसका एहसास हम सब को रहता है। अपनी नाकामयाबी और उपलब्धियों के गणित से बाहर निकलकर चलो चलें एक और खूबसूरत वर्ष का स्वागत करें।

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