खाद्य संरक्षण के क्षेत्र में कार्बन डॉट्स का क्रांतिकारी कदम।
खाद्य संरक्षण के क्षेत्र में कार्बन डॉट्स का क्रांतिकारी कदम।
अपशिष्ट समझी जाने वाली फलों सब्जियों के छिलके से तैयार की गई कार्बन डॉट्स खाद्य पदार्थों के संरक्षण के क्षेत्र में एक क्रन्तिकारी खोज है। जिसमे जैविक विधि से लम्बे समय तक खाद्य पदार्थो को सुरक्षित रखा जा सकेगा।
बिहार कृषि विश्वविद्यालय (BAU )और विश्व खाद्य संरक्ष्ण संस्थान (WFPC )के सामूहिक प्रयास से खाद्य संरक्षण की दिशा में क्रन्तिकारी शुरुआत 2015 में ही की गई थी। जिसका परिणाम आज हमारे सामने कार्बन डॉट्स के रूप में है। इस नैनों डॉट्स में फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करने से लेकर ताजे खाद्य पदार्थों के भंडारण और हैंडलिंग की अद्भूत क्षमता है।
इस संस्थान की खाद्य संरक्षण के क्षेत्र में होने वाले उपलब्धियाँ।
- ताजा नीरा को छः से आठ घंटे तक सुरक्षित रखने के लिए संग्रह कंटेनर।
- खाद्य और मिष्ठानों में प्रकृतिक रंग भरने के लिए लीची के छिलके से लाल रंग निकलने पर शोध कियस जा रहा है।
- ताजे फलों और सब्जियों को शेल्फ लाइफ और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए फलों और सब्जियों के छिलके पर आधारित खाद्य कोटिंग विकसित की जा रही है।
- अनाज के सुखाने की प्रक्रिया के दौरान नुकसान को कम करने के लिए STR ड्रायर विकसित की गई है।
- चूहों कीड़ों आदि से सुरक्षा हेतु अनाज भंडारण के लिए हार्मेटिक बैग विकसित की गई है।
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