महज इत्तफाक या कुशल प्रबंधन
ऊँ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियों यो न प्रचोदयात्।
का 24 अक्षर का अदृश्य समबन्ध बाल्मीकि रामायण के 24000 श्लोकों का शुरू के पहला अक्षर से शुरू होकर प्रत्येक हजार (1001,2001,3001,4001,..............23001) का पहला अक्षर गायत्री मंत्र का क्रमश वर्णित चौबीसों अक्षर है।
अब ये तो विद्वान रचनाकार समूह ही सही सही आकलन कर सकते हैं कि ये महज इत्तफाक है या एक विद्वान के कुशल प्रबंधन का नायाब उदाहरण। वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कम्प्यूटर की दुनिया मे कोडिंग का जो स्थान है उसका ही बीजारोपण प्रतीत होता है। हमे गर्व है अपनी समृद्ध ज्ञान धरोहर पर।
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