सनातन संस्कृति बचाने की जद्दोजहद और लिविंग रिलेशनशिप की बेतहास बढ़ती प्रवृत्ति I
हम 2047 के विकसित भारत के सुयोग्य नागरिक होने की संकल्प लिए क्रमश: आगे बढ़ रहे हैं I एक ओर हमें अपनी समृद्ध सनातनी संस्कृति पर गर्व है I वहीँ दूसरी ओर वैश्वीकरण के साँस्कृतिक आदान-प्रदान के क्रम में हमारी युवा पीढ़ी इसकी मिठास को भूलने लगी है I जिसे बनाये रखने की जिम्मेवारी इस सभ्य समाज कहे जाने वाले संस्था पर उतना ही है जितना शिक्षा व्यवस्था और विधि व्यवस्था पर भी है I आज हम आत्म निर्भर भारत की बात कर रहे हैं I कई क्षेत्रों में (कृषि, लघु उद्योग, बड़े बड़े कल -कारखाने,कौशल विकास ) इस पर तेजी से काम किये जा रहे हैं I पर कहीं न कहीं हमारी युवा पीढ़ी लीविंग रिलेशनशिप की ...