हमारा खान - पान का PH मान



 



हमारे शरीर मे आहार से प्राप्त रसों तथा शारीरिक अंतः क्रियाओं के फलस्वरूप उत्पन्न घोलक  पदार्थ (खून, पसीना, मूत्र, आंतरिक रस )मे पाए जाने वाले अम्ल और क्षार  की मात्रा को PH मान पर मापा जाता है। जिसकी खोज 1909 ई० मे एक डेनमार्क के वैज्ञानिक डॉ o सोरेन सोरेनसेन ने की है।

 PHमान निकालने के लिए पदार्थों को घोलक प्रारूप मे २५ डिग्री c पर मापा  जाता है । जिसे PH मान स्केल पर 0  से 14 तक इकाई के रूप मे दर्शाई जाती है। जिसका प्रारूप कुछ इस प्रकार है।  7 से कम अम्लीय तथा 7 से अधिक क्षारीय को दर्शाता है। बीच के 7 मानक को उदासीन न अम्लीय न क्षारीय जो की उतम स्वास्थ्य के अनुकूल माना  गया है। 

PH हाइड्रोजन की क्षमता को दर्शाता है। जिसे अम्लीय,क्षारीय और उदासीन ये तीन वर्गों मे वर्गीकृत करके चीजों की गुणवता को परखते हुए स्वास्थ्य के अनुकूल ग्राह्यता निर्धारित की गई है। 

आइए अब हम कुछ दैनिक आहार मे प्रयोग किए जाने वाले वस्तुए तथा शारीरिक क्रियाओं के संचालन हेतु निर्माणक  द्रव्यों के PHमान को जाने ।

शारीरिक तत्व :--

  • खून -7.4 
  • मानव मूत्र 5.5 -6 
  • लार -7.5 
  • आमाशय रस -1 -3.5 
  • आक्सीजन -7.4 
भोज्य पदार्थ :-

  • जल -7
  •  नमक-7 
  • दूध -6.4 
  • दही- 4.5-5.5 
  • वटर -6 
  • तैल -9 
  • अंडा -8 
  • चावल -6 
  • शहद -4-6 
  • चीनी -7 
  • वेकीग सोडा -9 
  • विनिगर -2 
  • गाजर -6
  • केला -4 
  • सेव -3 
  • आम -6 
  • मटर -5.8-6.4 
  • टमाटर -4
  •  आलू -5.6 
  • कॉफ़ी -5 


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