मानकीकरण /प्रमाणीकरण चिह्न

मानकीकरण चिन्ह विभिन्न वस्तुओं तथा खाद्य पदार्थो की गुणवत्ता स्तर को सुनिश्चित  करने के लिए एक प्रमाण का प्रारूप होता है। भारत सरकार ने अलग-अलग वस्तुओं के लिए अलग-अलग मानक तैयार किये हैं। इन मानकों को निर्धारित करने तथा मानकीकरण चिन्ह देने का कार्य दो संस्थाओ द्वारा किया जाता है। 

  • विपणन निरीक्षण निदेशालय /Directorate of Marketing of Inspection . 
  • BIS -भारतीय मानक ब्यूरो /Bureau of Indian Standard . ISI -भारतीय मानक संस्थान/ Indian Standard Insititute . 
 भारतीय मानक संस्थान को ही अब भारतीय मानक ब्यूरो कहा जाता है।इसी संस्थान के नाम पर ISI  का प्रमाणन चिन्ह रखा गया है। इस संस्था को किसी भी पदार्थ अथवा प्रणाली के लिए मानक स्थापित करने का अधिकार है। किसी भी निर्माता को अपने उत्पादन पर ISI चिन्ह लगाने की अनुमति तभी दी जाती है जब उत्पादन की पूरी प्रक्रिया BIS के मानको के अनुरूप तैयार की गई है। 

ISI के अंतर्गत लगभग सभी भोज्य पदार्थ ,बिजली के उपकरण, बर्तन तथा सौन्दर्य प्रसाधन को शामिल किया गया है।इसके अतिरिक्त अन्य वस्तुओ पर दी जाने वाली प्रमाणन चिन्ह। 

  • हॉलमार्किंग / Hallmarking--सोने की शुद्धता की गारंटी के प्रतीक चिन्ह हॉलमार्किंग की शुरुआत वर्ष 2000 के अप्रैल महीने से सोने के आभूषणों पर चरणवद्ध तरीके से दी जाने लगी है। आगे चलकर अक्टूबर 2005 से चाँदी के साथ अन्य आभूषणों  पर भी हॉलमार्किंग देने की शुरुआत हो गई  है। 
  • एगमार्क/AGMARK-सबसे पहले मानक देशी घी के लिए एगमार्क चिन्ह देने की शुरुआत हुई बाद में सभी कृषि संबंधी विभिन्न उपभोक्ता वस्तुओं पर यह चिन्ह प्रदान किया जाने लगा। 
  • FPO --फलों एवं सब्जियों के प्रसंस्कृत उत्पादों (फलों का रस, संरक्षित फल सब्जियाँ, सूखे फल, अचार, चटनी, जैम, जैली )पर यह मानक चिन्ह 1955 से दिए जाने लगे हैं। जो इसकी गुणवत्ता का निर्धारण करता है। 
  • इको मार्क /Ecomark -यह प्रमाण उन वस्तुओं के लिए दी जाती है जो ISI मनको को पूरा करने के साथ ही पुनः इस्तेमाल और पर्यावरण के प्रदूषण को भी रोकता है। जैसे -पेपर बैग, जूट बैग, डिटर्जेंट. पैक करने के सामान आदि। 
  • वूल मार्क /Woolmark -यह मार्क अंतराष्ट्रीय वूल सैक्रेट्रिएट द्वारा प्रदान की जाती है। यह इस बात का प्रमाण होता है की ऊन तथा उनसे बने वस्त्र शुद्ध ऊन के हैं। या लेवल पर स्पष्ट लिखा होना चाहिए की इसमें कितने %ऊन हैं और कितने %अन्य सूत्र।
  • रेशम मार्क /Silkmark -यह मार्क भारतीय रेशम मार्क संगठन के द्वारा प्रदान किया जाता है। जो रेशम की शुद्धता को दर्शाता है। 
  • शाकाहारी मार्क और मांशाहारी मार्क -यह मार्क भारत सरकार द्वारा प्रदान की जाती है। जिसे लाल और हरे बिंदी के चिन्ह के रूप में डिब्बा बंद भोज्य पदार्थों पर चिन्हित किया जाता है। हरा बिंदी शाकाहारी और लाल बिंदी मांशाहार होने का प्रतीक चिन्ह होता है। 

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