प्रोटीन / Protein





प्रोटीन एमिनो अम्ल का एक विशाल श्रृंखला है जो आपस में पेप्टाइड बॉन्ड (peptide bond )से बंधे होते हैं। एमिनो अम्ल कार्बन ,हाइड्रोजन ,नाइट्रोजन ,गंधक ,और फॉस्फोरस का रासायनिक सम्मिश्रण है। प्रोटीन बच्चों के शारीरिक विकास और वयस्कों के वजन संतुलन बनाये रखने के लिए एक आवश्यक तत्व है। मानव के शारीरिक वजन का लगभग 1 /5 (20 %)भाग प्रोटीन का ही बना होता है। शरीरिक प्रोटीन की धीरे -धीरे क्षति होती रहती है। जिसकी पूर्ति आहार प्रोटीन के द्वारा ही की जा सकती है। आहर के द्वारा ग्रहण किये जाने वाले प्रोटीन को दो वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।  

  1. प्राणिज प्रोटीन -प्राणिज प्रोटीन को उत्तम श्रेणी के प्रोटीन कहे जाते हैं।क्योकि पशुओं के कोष उन्हीं एमिनो एसिड से बने होते हैं जिनसे मानव कोषों का निर्माण होता है।इसकी प्राप्ति माँस ,मछली ,अंडे ,दूध तथा दूध से बने पदार्थ घी को छोड़कर(पनीर ,रबड़ी ,दही ) से होती है। प्राणिज प्रोटीन का शरीर निर्माणक मूल्य 90 %से 95 % तक होता है। 
  2. वानस्पतिक प्रोटीन -इस वर्ग के प्रोटीन को मध्यम और निम्न श्रेणी में रखा गया है। इसका शरीर निर्माणक मूल्य 35 %से 40 %तक ही होता है। इसके मुख्य स्रोत हैं सोयाबीन ,अनाजे ,दालें ,सूखे मेवें ,तिलहन ,और हरी सब्जियाँ। 

प्रोटीन का कार्य --

  1. शरीर का वृद्धि एवं विकास। 
  2. तंतुओं का मरम्मत और पुनर्निर्माण। 
  3.  रोग प्रतिरोधक क्षमता उतपन्न करना। 
  4. ऊर्जा उत्पादन 1 ग्राम प्रोटीन से 4.2 कैलोरी ऊर्जा की प्राप्ति होती है। 
  5. एन्जाइम और हार्मोन्स (इंसुलिन ,थाइरॉक्सिन ,एड्रेनेलिन ,हीमोग्लोबिन )का निर्माण। 

----------------------------------------






















टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

टाइम वुमन ऑफ द ईयर 2025

नव वर्ष 2025 सुस्वागतम सुस्वागतम सुस्वागतम !

राखी से रक्षा